Saturday, December 12, 2009

पपौरा के गगनचुम्बी कलात्मक मन्दिर तथा मूर्तियाँ

तो आज पेश है बुंदेलखंड का एक महत्वपूर्ण स्थल पपौरा तीर्थ|
चलचित्रों के लिए यहाँ क्लिक करे |

पपौरा ग्राम टीकमगढ़ म. प्र. के पूर्व में 5 किमी की दूरी पर 3 किमी की एक विशाल किले की दीवार से घिरा घने वृक्षों की श्रृंखला के केंद्र में एक प्राकृतिक स्थान पर है| यहाँ कुल 108 समृद्ध कलात्मक मंदिर है जो सल्तनत या मुग़ल शेल्ली में निर्मित है | यहाँ उच्च आकर्षक गुम्बद है. तहखाने और मानस्तंभ है जो इस जगह को अधिक आकर्षक और रुचिकर बनाते हैं| यहाँ के मदिरो की कला और मूर्तियों को देखकर मन प्रसन्न हो जाता है और एक अजीब सी शांति मिलती है, भीड़ से दूर , रोज़ की आपाधापी वाले जीवन से दूर |

पम्पापुर पपौरा का दूसरा नाम है, जिसके पास एक विशाल सघन वन जिसे रामन्ना कहते हैं मौजूद है और यह माना जाता है कि श्री राम चंद्रजी ने जंगलों में अपने प्रवास के दौरान यहां कुछ समय बिताया था.
ये मंदिर 800 से अधिक वर्ष पुराना है। यहाँ दो भूमिगत भोयरे भी है|

पपौरा के बारे में और अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करे |

2 comments:

  1. बहुत ही अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद...

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  2. मनीष जी ,

    बहुत ही सुंदर स्थल है .....तस्वीरें भी देखीं .....मन मोह लिया .......शुक्रिया पपौरा की सैर करने के लिए......!!

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